‘कर्तव्य’
एक समय की बात है । एक नदी में एक महात्मा स्नान कर रहे थे । तभी एक बिच्छू जो पानी में डूब रहा था, उसे बचाते हुए बिच्छु ने महात्मा को डंक मार दिया । महात्मा ने उसे कई बार बचाने की कोशिश की । बिच्छू ने उन्हें बार – बार डंक मारा । अंतत: महात्मा ने उसे बचाकर नदी के किनारे रख दिया । थोड़ी दूर खड़े यह सब मह…
संगत का असर
एक अध्यापक अपने शिष्यों के साथ घूमने जा रहे थे । रास्ते में वे अपने शिष्यों के अच्छी संगत की महिमा समझा रहे थे । लेकिन शिष्य इसे समझ नहीं पा रहे थे । तभी अध्यापक ने फूलों से भरा एक गुलाब का पौधा देखा । उन्होंने एक शिष्य को उस पौधे के नीचे से तत्काल एक मिट्टी का ढेला उठाकर ले आने को  कहा । जब शिष्य …
सफ़लता की कुंजी
एक किसान के चार पुत्र थे । चारों के चारों पुत्र बड़े आलसी और निकम्मे प्रवृत्ति के थे। उनके भविष्य को लेकर बेचारा बुढ़ा किसान चिंतित रहता था और पिछले कुछ दिनों से उसको अपनी तबियत भी नसार लग रही थीं। स्वास्थ्य को लेकर अपने उसका अंदाजा बिल्कुल सही था । कुछ दिन बीते ही वह अत्यधिक बीमार पड़ गया। उसे इस बात…
ख्याल रखें’
सिकंदर मकदूनिया (मेसेडोनिया) का ग्रीक शासक था. उसे एलेक्जें डर तृतीय और एलेक्जें डर मेसेडोनियन नाम से भी जाना जाता है। वह अपनी मृत्यु  तक हर उस जमीन को जीत चुका था जिसकी जानकारी प्राचीन ग्रीक के लोगों को थी। वही सिकन्दर जब अपनी जिंदगी की आखरी सांसे ले रहा था तब उसने अपने चिकित्सको से एक इच्छा जाहिर…
त्याग, तपस्या, बैराग्य हुआ लोप
वर्तमान समय में त्याग, तपस्या और बैराग्य का लगभग लोप सा हो गया है। भेष और उपदेश में इनकी चर्चा हो रही है, लेकिन उपदेश देने वाले के आचरण में  त्याग ,बैराग नहीं बल्कि ढोंग एवं पाखण्ड  ज्यादा है।   मन की गति बड़ी चंचल है। यह किसी भी तरह काबू में नहीं आता है। सत्संग में,श्मशान में कुछ काल के लिए मन में …
सब शिव का रूप
सारे विश्व में वैष्णव, शैव, शाक्त, सौर, गाणपत्य संप्रदाय देखने में आते हैं। इनमें शैव अधिक हैं, क्योंकि पंच देवों में शिव, शक्ति, गणेश- ये तीन तो भगवान शिव के परिवार में से ही हैं। शिव पुराण के अनुसार भगवान विष्णु और ब्रह्मा भी देवाधिदेव शिव के रूप हैं। पुराणकारों के अनुसार संसार में सर्वाधिक भक्त …